चिट्ठियां ज़िन्दगी के पते पर......
पुतला फूँकत जग मुआरावण मरा ना कोयजो फूँके निज अहंकाररावण क्यूँ पैदा होय। प्रमोद ताम्बटभोपालwww.vyangya.blog.co.inhttp://vyangyalok.blogspot.comव्यंग्य और व्यंग्यलोकOn Facebook
एक टिप्पणी भेजें
1 टिप्पणी:
पुतला फूँकत जग मुआ
रावण मरा ना कोय
जो फूँके निज अहंकार
रावण क्यूँ पैदा होय।
प्रमोद ताम्बट
भोपाल
www.vyangya.blog.co.in
http://vyangyalok.blogspot.com
व्यंग्य और व्यंग्यलोक
On Facebook
एक टिप्पणी भेजें