डाकिया
चिट्ठियां ज़िन्दगी के पते पर......
शुक्रवार, 1 जनवरी 2010
नए सिरे से साल जिया है...
दुनिया के इस कैलेंडर में...
जाने कितनी बार हुआ है
एक पुराना साल गया है..
फिर भी यूं हर बार किया है...
नए सिरे से साल जिया है...
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